ख्वाइश मेरी बस इतनी तू जाना कहीं नहीं क्युकी तेरे होने की मुझको आदत है माँ। ख्वाइश मेरी बस इतनी तू जाना कहीं नहीं क्युकी तेरे होने की मुझको आदत है माँ।
है कितने रूप तेरे माँ जग में सबसे प्यारी तू है कितने रूप तेरे माँ है कितने रूप तेरे माँ जग में सबसे प्यारी तू है कितने रूप तेरे माँ
किसी को गौरीनाथ का नसा। किसी को औघड़नाथ का नसा। किसी को गौरीनाथ का नसा। किसी को औघड़नाथ का नसा।
माँ तुमने मुझे जन्म दिया ।पाल पोष के बड़ा किया ।। माँ तुमने मुझे जन्म दिया ।पाल पोष के बड़ा किया ।।
माँ और मेरा बचपन माँ और मेरा बचपन
आवाज़ देकर बुलाने वालीमाफ सदा कर देने वालीवो मेरी मां खो गयी कहींचुपके से आ जाओ यहीं आवाज़ देकर बुलाने वालीमाफ सदा कर देने वालीवो मेरी मां खो गयी कहींचुपके से आ जाओ य...